कभी घटते कभी बढ़ते है इसमें चांद का कोई कुसूर नही है, रोशनी सूरज ने उसे दी फिर भी सूरज को ये गुरूर नही है; पहले लोग ये सोचते थे कि दूर है चांद बहुत धरती से मगर, सतह पर जाकर साबित किया कि चांद अब दूर नही है। ©Farhana #shayari#chand#NojotoWriter #Eid-e-milad