वो अफ़्साना जिसे अंजाम तक लाना न हो मुमकिन उसे इक ख़ूब-सूरत मोड़ दे कर छोड़ना अच्छा ~ साहिर लुधियानवी ©Eklakh Ansari #SahirLudhianvi #EklakhAnsari