उसने कहा और मैंने अपनी राहें बदल दी उनकी बातों की मैंने सौ फिसदी पहल की कल वो ना कहती राजा तुने ना कहल की अरे वो कोई और नहीं "हमारी अकल" थी ©अनुषी का पिटारा.. #लाजबाब़_शायरी #अनुषी_का_पिटारा