दिल में हैं ज़ज्बात मेरे कई पर तुमसे कुछ ना मैं कह सकूँ तुम बिन कैसे जी रही हूँ मैं आखिर कैसे तुमसे वो सब कहूँ सिर्फ़ तुम्हारा साथ चाहा है मैंने दूर अब तुमसे कैसे रहूँ तुम्हारे दीदार की तलबगार हूँ मैं बस तुम्हारे सामने लव ना मैं खोल सकूँ काश समझ जाओ तुम जो दिल में है मेरे अपनी बात बताने का जतन मैं करूँ तुम बिन ज़िंदगी है बेरंग तुम्हारे साथ इसको रंगीन मैं करना चाहूँ #rztask164 #rzलेखकसमूह #restzone #nikitapandit Rest Zone #YourQuoteAndMine Collaborating with 𝑴𝒊𝒔𝒔 𝑽𝒆𝒏𝒐𝒎🤟