#Labour_Day चल पड़ा जब गांव को अपने तोड़ चला बहुतों के सपने महल बनेंगे किसके सहारे कौन सबकी तकदीर संवारे देश बनाया मेरे तप ने औरों के सपने मेरे अपने ।। #Labour_Day #lockdown#मजदूर#घरवापसी