दिल ना लगे दुनिया में मेरा दिल ना लगे दुनिया में मोहे अपने नगर को बुलाओ मनमोहन दरस दिखाओ संसार किराए का घर सा लगे अंधियारा है बड़ा डर सा लगे चितवन में प्रकाश फैलाओ राहों में जोत जलाओ मनमोहन दरस दिखाओ तोहें ढूंढे इत उत नैन मेरे बिरहा में कटे दिन रैन मेरे बंशी की धुन तो सुनाओ बिरहा की अगन मिटाओ मनमोहन दरस दिखाओ थक जाते हैं दो ही क़दम पर रूक जाते हैं झूठे भरम पर यह जाल भरम का मिटाओ गिरधारी हाथ बढ़ाओ मनमोहन दरस दिखाओ स्वरचित बीना राय ©Beena #मनमोहन