अलग से रखा है एक फूल सारे फ़ूलों से वो शख्स आ के खरीदे तो दाम छोड़ दूँ में उसी इक हँसी पे ही चलती है सल्तनत दिल की वो मुस्कुराए तो सारे काम छोड़ दूँ मैं ©Varun Vashisth #missualwaysrani