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White धुंध छट जाती ,अगर वो रोज़ रोज़ का रोना न

White  धुंध छट  जाती  ,अगर वो 
रोज़ रोज़ का रोना नहीं रोता ।
वफ़ा नज़र  आती है उसको , 
जिसे खुद की जरूरत 
 और मुहब्बत में 
हिसाब किताब नहीं आता ।

सुकून 
वंदना सिंह वासवानी

©vandana Singh #Thinking #poem #vandanaretro
White  धुंध छट  जाती  ,अगर वो 
रोज़ रोज़ का रोना नहीं रोता ।
वफ़ा नज़र  आती है उसको , 
जिसे खुद की जरूरत 
 और मुहब्बत में 
हिसाब किताब नहीं आता ।

सुकून 
वंदना सिंह वासवानी

©vandana Singh #Thinking #poem #vandanaretro