ग़ज़ल------- यूँ सलीक़ा लिए पैगाम दिया जाता है। नाम जो रोज़ सुबह शाम लिया जाता है। काम वह क़ाबिले तारीफ़ हुआ करता है, जो सही वक़्त पर अंजाम दिया जाता है। चाँद ही वक़्त-बेवक़्त निकलता है मग़र, बेवज़ह रात को बदनाम किया जाता है। जी रहें हैं जताकर लोग सब हस्ती अपनी, इक भला शख़्श क्यों गुमनाम जिया जाता है। आप भर जायेंगे वो ज़ख़्म सारे चोटों के, दर्द तुम्हारी याद और जख्म ही तो तुम्हारी निशानी है #Vishwa....✍🏻✍🏻 ©broken heart(analystprakram) #AloneInCity status for sad sad shayari in hindi sad status sad shayari shital