बोले वसुंधरा...हे प्राणवायु ....क्यों हो रहा तु निराश तुझमें बसती है.. ...इंसानो का श्वास तुझसे ही है..... वसुंधरा गुलजार इस धरा का ...हो तुम विश्वास इंसानियत को न करना... हताश हे प्राणवायु......तुम ही हो मानवता का...अंतिम आस #आक्सीजन का अभाव ©the ghost #EarthDay2021