#OpenPoetry कोई बोले बेवजह या उसकी आदत है कोई समझाए जरा होता है क्यों अक्सर ऐसा कोई बतलाए जरा क्या कोई दिन ऐसा भी आएगा कि जो चाहे वह पास आएगा कोई समझाए जरा क्या कोई वक्त ऐसा भी आएगा जो गिरे हुए आंसुओं को वापस पहुंचाएगा कोई ऐसा भी वक्त लाए जरा क्या कोई एक इंसान भी ऐसा आएगा जिसके खातिर अपने घरवालों को छोड़ा जाएगा कोई बतलाए जरा होता है क्यों अक्सर ऐसा सब के साथ कोई बतलाए कोई समझाए जरा #OpenPoetry koi samjhay koi batlay jra #aashi #first #myfirstpoem #poem #think #presentation #real #happy #nojoto #people #log #thinking #deep #done Internet Jockey S.Sangeeta