मिला था उस से म आज बहुत जिद करके इंतज़ार कराया उसने बहुत थक गया था याद कर कर करके बहुत देर में मिलने का गुस्सा उसकी एक स्माइल ने दूर कर दिया मन तो बहुत था बोलने का पर उसे देख म चुप कर गया इतनी हसीन ह की बोल कम पड जाये उसके सामने तो हिरे की चमक बी कम पड जाये बी @&+++