किसी ने भी ना मेरा हाल ए दिल पूछा कभी किसी ने भी ना मुझे मेरी तरह से जाना कभी किसी को क्या ख़बर कोई टूटता भी है कभी अपनी वजूद कि तलाश में खुद से रूठता है कभी अजनबी हूँ इस महफ़िल में तो शिकवा करूँ किससे शिकायत करके भी कौन सा यहाँ कुछ मिला है कभी दर्द ना सुनाना अपने दिल की यहाँ किसी को कभी सुनके तेरा हाल ए दिल तुम्हें वो भी रुला देगा कभी किसी ने भी ना समझा मेरे दिल के चाहत को कभी तन्हाई में गुज़रेगी ये आलम ना मिलेगी दिल को राहत कभी #ग़ज़ल #मेरीक़लमसे #मेरेअल्फ़ाज़ #yqdidi #yqbaba #yqdiary #yqlifequotes #yqghazal