#FourLinePoetry बनकर आया ऐसे वो अजनबी जैसे कोई हवा का झोंका देकर चला गया वो मुझे मोहब्बत का एक रंगीन तोहफ़ा, आखिर क्यों दिया उसने मुझे इतना मुस्कराने का वो मौका उस अज़नबी ने आखिर क्यों और किस ख़ातिर इतना सोचा। -Vimla Choudhary 7/8/2021 ©vks Siyag #fourlinepoetry #Azanabi #mohabbatein #muskan #musafir #poem #vkssiyag #VimlaChoudhary