छत के मुंडेर पर उसकी नज़रे राह किसी की ताक रही है। आयेगा उसका साथी ये ख्वाब दिल में पाल रही है। दिल तो सम्भल जायेगा पर जिया नही मन तो बहल जायेगा पर दिल तो नही। या मौला कर दे रहम तू बेहरम तो नही सब तो तू जनता है पर वो बेखबर तो नही 52 तरह से जी को मनाऊ #इंतज़ार #प्यारकीसीमा #desiretobelove