रात की साज़िश है नींद भी किनारे खड़ी है, आज ही के दिन आँखें पिया तुमसे लड़ी हैं अभी वक़्त है चाँद तो निकल जाने दो, मेरी जान ज़रा हमें भी संभल जाने दो •• न किस्मत पर यकीं है न किसी की इंतज़ारी, तेरा होने की ज़िद है मैं तो हूँ केवल तुम्हारी ये लम्हा आशिक़ाना है मुझे मन में सजा लो, भरो आग़ोश में साजन मुझे अपना बना लो मैं कागज़ सी धवल हूँ प्रेम से रंगरेज़ भरना, मेरे मन के दिये में मीत तुम बन घीव बरना मैं कब से जल रही हूँ आज ख़ुद को तारने दो, मेरे प्रियतम अमर कर दो अहम् को मारने दो #alokstates #shayari #poetry #sweetheart #lovebird