कभी कुछ लिखती हूँ तो खुद से पूछती हूँ कि कैसा लिखा है! अच्छा लिखा है या बुरा लिखा है! पर कोई जवाब नहीं मिलता। फिर सोशल मीडिया पर डालती हूँ और पूछती हूँ, कोई कहता है खूबसूरत कोई कहता है लाजवाब, पर कम्बख्त ये कोई नहीं पूछता कि क्यूं लिखा है, अगर कोई गलती से पूछ लेता है तो कह देती हूँ कलम थी घिस गयी कोरा कागज़ था भर दिया। अब क्या फ़र्क पढ़ता है कि दवा क्या थी और मर्ज़ क्या था। #yqbaba #triptananwani #yourquote #yqdidi #yqpoetry #marz