हर दिन अपने दिल को कोसा करते है, जिस दिन तुम्हे याद...किया करते हैं! एक दौर था वो जब हम तुमसे... दिल ए गुफ्तगु करते थे, अब तो तन्हा... दीवारों से बाते किया करते है! सौचा नहीं था.... मोहब्बत मे अंजाम क्या होगा मेरा, आधियों मे भी... आशियाने बनाने की जिद किया करते है! दिल रोज सुलगता...उसकी यादों से विक्रम का.. अब अश्को से ये आग भुजाया करते है!! विक्रम ..... 💔 . ©Vikram Alwar Rajasthan टूटे दिल के अल्फ़ाज