काश!कागज की कश्ती भी हमारे अनुरूप होती। जब दिल जी चाहे चल दिया करते सेर-ए-समंदर पर॥ Abhishek Pal #Heart #कागज #कश्ती #अनुरूप #सेर_ए_समंदर