समंदर के तूफान मैं बो बात कहाँ जो एक सच्चे इंसान की इंसानियत को झूठा बनाने बाले के लिये हर उस सख्श के लिए मेरे अंदर उमड़ता जो झूठ की दुनिया को सजाता है तेरे इस झूठ की दुनिया को भी एक दिन मैं समंदर की लहरों की तरह बहा ले जाउंगी बस मेरे बक्त का इन्जार है कि बो भी मेरे आने बाले बक्त का इंतज़ार में हैं।