Nojoto: Largest Storytelling Platform

मेरी आँखें तो भरी है अश्कों से, कि राहें धुंधली न

मेरी आँखें तो भरी है अश्कों से, 
कि राहें धुंधली नज़र आती हैं।
मैं कोशिश करूँ जो चलने की,
तो मंज़िल पास से गुज़र जाती है ।
©jumana_silverpearl

राह-ए-उल्फ़त है ये तो फ़िर,
आपको मंज़िल की ये दरकार कैसी..
अब चाहे राह में हों काँटे भरे,
मंज़िल मिले ना मिले, ये अब तक़लीफ़ कैसी..
©iammusaafiir #Incident 

another collaboration with my beti Jumana.
मेरी आँखें तो भरी है अश्कों से, 
कि राहें धुंधली नज़र आती हैं।
मैं कोशिश करूँ जो चलने की,
तो मंज़िल पास से गुज़र जाती है ।
©jumana_silverpearl

राह-ए-उल्फ़त है ये तो फ़िर,
आपको मंज़िल की ये दरकार कैसी..
अब चाहे राह में हों काँटे भरे,
मंज़िल मिले ना मिले, ये अब तक़लीफ़ कैसी..
©iammusaafiir #Incident 

another collaboration with my beti Jumana.