अगले जन्म में हम फिर मिलेंगे, मुझे फिर तुझसे प्यार हो जाएगा। इल्तिजा फिर करूँगा रब से, तू भी मुझे ही अपनाएगा। जन्मों की तिश्नगी फिर, तेरी रूह से बुझ जाएगी। ना कोई फ़ासले, ना कोई मजबूरियाँ, कोई ना आए तेरे-मेरे दरमियान। इस बार मोहब्बत मुकम्मल होगी, कोई जुदाई का दर्द ना देगा। अगले जनम में तेरा होना, बस मेरे नसीब में लिखा रहेगा। डॉ दीपक कुमार 'दीप' . ©Dr Deepak Kumar Deep #alone love shayari shayari on life sad shayari hindi shayari alone shayari girl