एक अर्सा हो गया तुम्हारे इंतज़ार में, तुम्हें सोच के ना जाने कितने गलत लोगो से मिला हु। ना जाने और कितना इंतज़ार है मुकदर में मेरे ना जाने कब दस्तक दोगे ज़िन्दगी में हमारे , बिन तुम्हारे ज़िन्दगी जल बिन मछली एक दरखवासत है तुमसे बस जीतने अच्छे से अभी तक मेरे ज़िन्दगी में ना आके बेवफ़ाई निभाई है उसही तरीके से जब आना तो पूरे तरीके से वफा निभाना। आदत नहीं है मुझे आसानी से भरोसा करने की मगर ना जाने क्यु दिल केहता है कर लु भरोसा एक बार फिर तुमपे प्यार कर ने कि ख़ता फिर एक बार करलू। #khata #phir_ek_baar #mistakes #repeated_mistakes