मस्तक पर हिमालय हूँ मैं, चरणों में सागर की धार हूँ, कश्मीर में गिरती बर्फ हूँ, धूप में तपता थार हूँ, मंगलयान की विजय हूँ मैं, गगनयान की उड़ान हूँ, जायसी की पद्मावत हूँ, हरिऔध का प्रियप्रवास हूँ, दुर्गा की धरती हूँ मैं, बुद्ध का जीवनगान हूँ, अनेकता में एकता की मैं पहचान हूँ, मैं हिंदुस्तान हूँ, मैं हिंदुस्तान हूँ। #Happy_71stRepublic_Day. #quotebysh #republicday #quotebyshubh #poetrybysh #poetrybyshubh #26january #patriotism #गणतंत्रदिवस