हम तो यूं ही बदनाम हो गए, तुम्हारी गलियों में आके । तुम्हारा छिपकर देखना किसी ने ना देखा । तुम्हारा मुस्कुराकर मुझे देखना किसी ने ना देखा । हर बार क्यों लड़का गलत होता है, हर बार क्यों हमे ही तोला जाता है। गंदी होती सोच लोगों की क्यों कोई समझ ना पाता है । हर लड़का आवारा हो यह जरूरी तो नहीं, हर मुहल्ले में सब शरीफ हों यह जरूरी तो नहीं । हम तो यूं ही बदनाम हो गए । गलियां तो आपकी भी शरीफ नहीं । ©शिवम् सिंह भूमि Live in 15 minutes . ❤️STAY TUNED #BookLife