आंखों को जब पढ़ने लगोगे ! "प्रेम" क्या है समझने लगोगे !! लुका छिपी बादलों में "चांद" के मानिक कभी रोने, कभी हंसने लगोगे !! इस आवारा सफर पर जब चलोगे ! "प्रेम" क्या है समझने लगोगे !! "कवि कपिल" ©Kavi Kapil #प्रेम #कवि #कपिल