कहां से आए हो कहां को जाओगे यह सवाल आपको हर चौराहे पर पूछे जाएंगे ना कोई टीवी न कोई कार न फ्रिज लेने जाएंगे गरीब हो या अमीर सिर्फ अनाज लेने जाएंगे कहां से आए हो कहां को जाओगे यह सवाल आजकल हर चौराहे पर पूछे जाएंगे ना कोई कोट ना कोई दफ्तर ना बिजनेस सब अपनों में ही सिमट के रह जाओगे कहां से आए हो कहां को जाओगे यह सवाल आजकल हर जगह पूछे जाएंगे सुनसान सड़क सुन पड़ी गलियां यही पूछ रही हैं क्या लेकर आए थे क्या लेकर जाओगे बस जिंदा रहने के लिए चार दीवारों में ही दुबके के रह जाओगे कहां से आए हो कहां को जाओगे यह सवाल आजकल हर चौराहे पर पूछे जाएंगे पैसा कमाने के लिए शहर और जिंदा रहने के लिए गांव की ओर दौड़ लगाओगे पंछी बिल्ली जानवर आजाद घूमते नजर आएंगे हम उन्हें देखकर मंद मंद मुस्कुराएंगे कहां से हो कहां को जाओगे यह सवाल आजकल हर चौराहे पर पूछे जाएंगे क्या शिकवा क्या गिला क्या सितम सब भूलकर जिंदगी की रहम मांगोगे कहां से आए हो कहां को जाओगे यह सवाल आजकल हर चौराहे पर पूछे जाएंगे जगदीश पांडे स्वास्तिक एनक्लेव कॉलोनी फुलसुंगा रुद्रपुर उधम सिंह नगर jagdish pandey