चमक उठी सन् 1857 में वह तलवार पुरानी थी बुंदेले हरबोलों के मुंह हमने सुनी कहानी थी खूब लड़ी मर्दानी वह तो झांसी वाली रानी थी... Srashti kakodiya..✍ #रानीलक्ष्मीबाई बलिदान दिवस 18 जून 1858 🌹🌹🌹🌹🌹💐💐