मोतियों की माला बन गई ,पर मैं हूंँ अभी बिखरा। केसरिया सूरज होकर चला गया, पर मैं हूंँ अभी वहीं खड़ा।। समुंँदर की हर इक लहरें, पहुंच गई किनारों तक। पर मैं तो ठहरा मछली, पहुंच गया मछुआरों तक।। #NojotoQuote मोतियों की माला #hindinojoto #writer #love #nojoto #mala #poetry #shayri