मैं सत्य कहता हूं सखे सुकुमार मत जानो मुझे यमराज से भी युद्ध में प्रस्तुत सदा मानो मुझे है और की तो बात ,क्या गर्व मैं करता नहीं मामा तथा निज तात से भी समर में डरता नहीं written by Saurabh Shukla poem by Saurabh Shukla