लाख पुकार लो तुम,मैं वापस आ नहीं सकता, बूँद-बूँद कर इस समन्दर को अब और बहा नहीं सकता..!! वादे तुमने भी किये थे,वादे हमने भी किये थे, तुम अपने वादे भूल जाओ,तो मैं भी अब निभा नहीं सकता..!! बूँद-बूँद कर इस समन्दर को अब और बहा नहीं सकता..!! लुटाते रहे हँसी इस जमाने पर,और खुद के लबों पे इक तबस्सुम को तरस गए, अब और खुद पे तरस मैं खा नहीं सकता..!! बूँद-बूँद कर इस समन्दर को अब और बहा नहीं सकता..!! तुझे पाने को इस जमाने से भी लड़ गया मैं, पर तुमने भी तो दर्द ही दिए मुझको, अब और खुद पे कहर मैं ढा नहीं सकता..!! बूँद-बूँद कर इस समन्दर को अब और बहा नहीं सकता..!! तेरे पहलू में रहा जब तक,दीवाना कहा गया मैं, और तुमने भी तो पागल ही कहा मुझको, "मतवाला" अब और खुद को मैं बता नहीं सकता..!! बूँद-बूँद कर इस समन्दर को अब और बहा नहीं सकता..!! मैं वापस आ जाऊँ ये इतना भी आसान नहीं......जितना तुमने सोच रखा है......। #udquotes #yqbaba #yqdidi #yqdada #yqbhaijan #yqhindi #बूँद #समन्दर