दिलों पर जिनके लगती हैं, वो आंखों से नहीं रोते, जो अपनों के नहीं होते किसी के नही होते, समझे जो पराया दर्द अपने दर्द से भी ज्यादा, वो कभी किसी की राह में कांटे नही बोतें। -Rajeev //diksha//