ऊपर वाले ने कहाँ किसी में फर्क किया है.... उसने तो वो सब कुछ जो उसने बनाया वो सबको दिया है..... हँसी केे लिए ज़माने भर की दौलतो की जरुरत नहीं होती...... वरना गरीबों को हॕसी तो छोड़िये जनाब मुस्कुराहटे भी मयस्सर नहीं होती..... देने वाले ने तो सूरज की रौशनी,चाँद की शीतलता,धरा पर पड़ती बूंदों की सौंधी ख़ुशबू सबको बराबर ही दिया है...... खूबसूरती कम न थी इस जहाँ की, मगर ऊंच-नीच, अमीर-गरीब की कभी न ख़त्म होने वाली खाई बना कर इस दुनिया को हमने ही बर्बाद किया है........ ऊपर वाले ने कहाँ किसी में फर्क किया है.... ©Chanchal Chaturvedi #ऊपर_वाले #Chanchal_mann #poem #nazm #Inspiration #God #Life #author #poetess #Krishna