क्या सिर्फ़ वही ज़िंदगी है पहले तो नहीं थी , फिर मुझें क्यों ये बेचैनी है पहले तो नहीं थी ! अब उसके किस्से सुन रहा हूँ सबके साथ ,, यही मेरी दास्ताँ-ए-दुःखभरी है पहले तो नहीं थी..!! - अरुन आर्या ©- Arun Aarya #पहले तो नहीं थी