मेरी जान तुम्हारी मोहब्बत की निशानी को, हमने आज तक कुछ इस तरह संभाल रखा है......... तुमने इक रोज़ हमको दिया था जो तोहफ़े में, हमारे कमरे की अलमारी में वो रूमाल रखा है......... तुम तो निबाहते रहे हमसे ये रिश्ता दोस्ती का, कुछ ज़्यादा ही गहराई से ज़िंदगी भर यूं तो............. और हमको लगा तुम करते थे मोहब्बत हमसे, हमने बस इसी ग़लतफ़हमी को पाल रखा है........... ©Poet Maddy मेरी जान तुम्हारी मोहब्बत की निशानी को, हमने आज तक कुछ इस तरह संभाल रखा है......... #Darling#Sign#Love#Gift#Handkerchief#Cupboard#Relationship#Friendship#Thought#Misconception........