कहीं नज़र आ भी जाए तो देख कर नजरे चुराने लगते हैं जो कभी बहोत ख़ास हुआ करते थे अब मिल कर भी अनजाने लगते हैं मैं चाहता हूं सब ठीक हो जाए फिर से मगर किस्मत के सितारे आजमाने लगते हैं यार हम तेरी गिरफ्त से इतनी दूर आ गए हैं की और चलूं तो कदम लड़खड़ाने लगते हैं ©Nikhil Kumar #yun_hi #Untold_Words #Rishtey