बहते समन्दर के लहरों से हूँ मैं ।। और तुम ठहरे उन किनारों से।। जरा सम्भाल के मेरा होना महसूस करना कब मैं तुमसे होकर गुज़र जाऊ और तुम अपने ख्यालों में ही गुम रहों कहीं दूर।। ©unmukt sanjana #Gum #lahre #unmuktsanjana #adwaitaashu #AdarshPandey #alone