मेरी पहचान अपनी पहचान बनाने निकला हूँ खुद को खुद से मिलाने निकला हूँ दबा है जो सालों से मेरे अंदर अपने हुनर को तराशने निकला हूँ जानता हूँ यह सफर लंबा और तन्हा होगा हिम्मत करके आज खुद को आजमाने निकला हूँ 👏👏👏👏👏👏👏👏👏👏👏👏👏👏 ©Sethi Ji ढल चुका हूँ अपने जज़बातों में इतना कोई अपना अब छोटा नहीं लगता हो चुका हूँ अपने महकमों का इतना कोई संघर्ष अब बड़ा नहीं लगता 🌺 🌺 🌺 🌺 🌺 🌺 🌺 🌺 🌺 🌺 🌺 🌺 🌺 🌺 🌺