~~~~मेला~~~ ~~~~विधा-हास्य (अवधी)~~~~ खाओ जलेबी अऊर सहौ धक्का। मेला तर जाये पक्का।। मन मा खुरपंच जेकरे जागा। ऊ काट चिकोटी कसके भागा। पकड़ा तो गये घुरहू बेचारे, जेकरे पड़ा लात कै छक्का।-मेला तर... एतनी भीड़ की धूल उडै। जायके जलेबी पै ख़ूब पडै। तब्भौ ससुरी आटै नाही, सब तौलावे आधै कच्चा।-मेला तर.... चार लवंडा कै दशा खराब। खाय के टिकिया गांठै रूआब। मेला कै ई देख के हाल, 'देव' होयगै हक्का-बक्का।-मेला तर... -देव फैजाबादी #NojotoQuote #मेला तर जाये पक्का (अवधी)#nojotohindi#hasyakavita#avdhi#