#MessageOfTheDay पल्लव की डायरी ढ़ल गया सूरज, रातो का बसेरा है पक्षियों के अपने घोसलों में बसेरा है थम सी ग़यी है सड़के बचे हुये राहगीरों का घर जाने का इरादा है घूम रहे है जो भटके हुये उनका रंगीयत मिजाज खाना है किसी को पव किसी को क्लब जाना है उन्हें अपनी रातो को ऐश में उड़ाना है हैसियत बढ़ाने के लिये खुद को जमाने से अलग दिखाना है प्रवीण जैन पल्लव ©Praveen Jain "पल्लव" #Messageoftheday हैसियत बढ़ाकर जमाने से अलग दिखाना है #Messageoftheday