मुमकिन ही तो है जहाँ में सबकुछ मन में साहस भर तो सही तू...! बाधाएँ रास्ते की खुद-ब-खुद दूर होंगी जोश का दामन थाम तो सही तू...! कश्ती तेरी तूफानों को भी झेल लेगी सागर पर अपनी पाषाण दृष्टि डाल तो सही तू...! जिंदगी फिर से जिंदादिल लगेगी जिंदगी को जी भर कर जी तो सही तू...! मंजिल पर तू अपनी पहुँचेगा ज़रूर "मुमकिन ही तो है सब"यह दृढ़ विश्वास रख तो सही तू...! मुनेश शर्मा मेरी✍️🌈🌈🌈 💮कृपया ध्यान रखिएगा की हमारे साथ COLLAB करते टाइम आपका "COLLAB" का option भी ON हो। अन्यथा आपकी एंट्री प्रतियोगिता से बाहर हो जाएगी🙏। आज की प्रतियोगिता के लिए आज हमारे शब्द हैं 🌸". "MUMKIN HI TO HAI" #mk_30 इन शब्दों को प्रयुक्त करते हुए कविता, शायरी या किसी अन्य रूप में रचना कीजिये। 👉 कृपया ध्यान दीजिएगा इस प्रतियोगिता में तीन विजेताओं का चयन किया जाएगा। 👇 💮1. दो लाइन की रचना के विजेता का 💮2. चार लाइन की रचना के विजेता का