ख़त इक मुद्दत से कोई ताबीज़ नहीं बांधा हमने एक तेरा ख़त है जो सीने से लगाये रहते है इक#मुद्दत से कोई#ताबीज़ नहीं #बांधा हमने एक तेरा#ख़त है जो#सीने से लगाये रहते हैं