ना जाने किस उलझन मै पड़ी हैं जिंदगी ना तो सुलझती हैं ना ही समझ आती हैं खुश तो रहना पड़ता ही है। दुख तो सहना ही पड़ता है। ना चाहते हुए भी समझौता खुद से करना पड़ता है। क्या करे जिंदगी तो एक ही हैं खुश रहना पड़ता हैं। #jindgikasach#loveshyar#poeter@sunnychait