पिता! मेरे दिल के आसमां में तेरे प्यार के चाँद-तारे हैं सलामत तुझसे घर के कोने सलामत छत, सलामत चौबारे हैं ख़ामोशी देती हिदायत हरदम पैग़ाम देते रहते तेरे इशारे हैं # पिता! मेरे दिल के आसमां पर तेरे प्यार के चाँद-तारे हैं