White खुशियों के वो कुछ बेहतरीन पल हमें मिल रहे साथ रहने को आजकल लेकर हाथों में हाथ महबूब के अपने चल पड़े हम सुहाने सफर में आजकल खामोश भरी निगाहें बहुत कुछ कहती हैं जब आंखों से आंखें टकराती है आजकल बेसुध से हो गए हैं हमलोग अपने प्यार में डरते नहीं जमाने के खिलाफ़त से आजकल प्यार की खुमारी इस कदर है छाई हुई हमपे बस महबूब से मिलने को तरसते हैं आजकल मोहब्बत की दुनिया सजाई है हमने भी हमारी भरने कुछ रंग प्रेम के हम निकले हैं आजकल ©Gaurav Prateek #संग_मोहब्बत_में #प्रेम #मेहबूब #दीवानगी शायरी हिंदी में लव शायरी Heer Swati sharma