कि मैं पहले की तरह अकेला हो जाना चाहता हू अपनी ही छोटी सी दुनिया में खो जाना चाहता हू किसी का साथ अब दोबारा नहीं चाहता हू बही गुस्सा, वहीं मस्ती उसी दुनिया में लौट जाना चाहता हू पहले की तरह अकेला हो जाना चाहता हू..... किसी पर भरोसा, किसी का भरोसा अब दोबारा नहीं चाहता हू बहक गया था औरों को अपना समझ कर उन्हें खुद से जायदा importance देकर मालूम ना था यहां मतलबी है लोग जो साथ तो सिर्फ खुद के फायदा के लिए देते हैं कि मैं पहले की तरह अकेला हो जाना चाहता हू अपनी ही छोटी सी दुनिया में खो जाना चाहता हू....... #कि #मैं पहले की तरह अकेला हो जाना चाहता #अपनी ही छोटी सी दुनिया में खो जाना चाहता हू #poetry #emotionalfeeling #follow me