अब जो भी है आप फ़ैसला कर दीजिए, अगर गलती हमारी है तो सजा दीजिये, नही तो इल्ज़ाम हमारे सिर से हटा दीजिये, बहुत हो गया ये तुम्हारा जुल्म हम पर, आखिर कब तक रखोगे तुम गुनाहगार हमें, कम से कम मेरी गलती यो बात दीजिए, तुम्हारे इसी इल्जाम से हम बेवफ़ा कहे जा रहे हैं, जो किया नही गुनाह उसकी सजा पा रहे हैं, माना नही है कोई गवाही मेरे पास इस वक़्त, इसी लिए सर झुकाए खड़ा हूँ तेरी महफ़िल में, #love #फ़ैसला #दोस्ती #qoutes #feelings #life #tour