बरसातों में अश्क बहाना अच्छा लगता है, अब तेरी यादों का आना अच्छा लगता है. तुझसे अब कोई ताल्लुक तो नहीं बचा लेकिन राहों में तेरा मिल जाना अच्छा लगता है. अब तन्हा होता हूँ मैं तो कलम उठाता हूँ, अश्कों से अब लफ़्ज़ बनाना अच्छा लगता है. किसी से नहीं कहा तुम छोड़ गये मुझको, अब भी तेरे संग नाम लगाना अच्छा लगता है. ख्वाबों में अब भी तुम "पहले" जैसी ही हो, रातों को जल्दी सो जाना अच्छा लगता है...!!! #dilbechara #chatni #missyou #villain