इस कोतुहल भरे शहर में चीखें भी नही सुनता कोई और इस शहर में तुम शेर सुनाने चले आये बाद मेरे दिखावे का अफ़सोस न करना वर्षों तक चीखा था कोई यहां तुम्हे मनाने और पाने के लिए Challenge-135 #collabwithकोराकाग़ज़ 4 पंक्तियों में अपनी रचना लिखिए :) #चीख #कोराकाग़ज़ #yqdidi #yqbaba #ananttripathi #atrisheartfeelings #YourQuoteAndMine Collaborating with कोरा काग़ज़ ™️