आ जा यारा फिर से, कुछ पल बिताने
जान कर न सही अनजाने में ही
रुकी हो या चलती जिंदगी में,
ठंडी हवा के झोंके सा,
चाय की गर्म पर मीठी चुस्की सा
लड़ते झगड़ते और छीन कर खाते दुस्मन सा
मायूस चेहरे मे भी आती मुस्कुराहट सा
चंद इकट्ठे किए सिक्कों के सुकून सा #Love#friends#Friendship#tum#Yaad#yariyan#lamhein